राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से आहूत किया है। बजट सत्र की शुरूआत 31 जनवरी से शुरू होगी और 1 फरवरी को आम बजट पेश होगा। इसके साथ रेल बजट भी पेश किया जायेगा। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इसमें संदद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति के संबोधन के कार्यकम का भी उल्लेख है। पहली फरवरी को ही सदन में आर्थिक सर्वे रखा जायेगा। इस साल से रेल बजट औऱ आम बजट एक साथ पेश होना है। कैबिनेट कमिटी ने भी बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होने की अनुशंसा की है।
दूसरी तरफ चुनाव आयोग ने एक फरवरी को केंद्रीय बजट पेश किये जाने से पर विपक्ष की आपत्तियों पर केंद्र से जवाब मांगा है। मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा को पत्र लिख कर उनसे इस बारे में 10 जनवरी तक जवाब देने को कहा है। आयोग ने कल कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, बसपा और सपा समेत विपक्षी दलों के पत्र को आगे बढाया था, जिसमें इन पार्टियों ने पांच राज्यों में चुनाव को देखते हुए फरवरी में बजट सत्र बुलाने पर आपत्ति की है। इन दोनों की मांग है कि आठ मार्च को मणिपुर और उत्तर प्रदेश के आखिरी चरण के चुनाव होने तक बजट पेश न करने के लिए आयोग सरकार को निर्देश दे।
सूत्रों के मुताबिक सरकार का रख बिल्कुल स्पष्ट है। नियमों एवं प्रक्रियाओं के मुताबिक केंद्रीय बजट को राज्यों के विधानसभा चुनाव के दौरान आयोजित करने को लेकर कोई वैधानिक समस्या नहीं है। समय से पूर्व बजट सत्र बुलाने में भी कोई संवैधानिक बाधा नहीं है. आम तौर पर बजट सत्र का आयोजन फरवरी के तीसरे सप्ताह में किया जाता है। संसदीय मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने हाल में बजट सत्र की शरआत 31 जनवरी से करने और एक फरवरी को केंद्रीय बजट पेश किये जाने की सिफारिश की थी, ताकि एक अप्रैल से नये वित्तीय वर्ष में नये प्रावधानों को अमल में लाया जा सके।