पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी द्वारा मोतिहारी में ‘सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह’ वाले बयान पर चुटकी ली. उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि सचाग्रह से ही स्वच्छाग्रह का लक्ष्य प्राप्त होगा फेंकाग्रह से नहीं. साथ ही ने भीड़ जुटाने के लिए स्वच्छाग्राही के नाम पर यूपी, राजस्थान और गुजरात से लोग बुलाए जाने का भी आरोप लगाया और कहा कि ना बिहारियों को नीतीश कुमार और भाजपा पर यक़ीन रहा और ना इनको बिहारियों पर.
नौकरशाही डेस्क
बता दें कि पीएम मोदी ने कहा था कि बिहार एकमात्र ऐसा राज्य था, जहां स्वच्छता का दायरा 50 फीसदी से कम था. लेकिन मुझे बताया गया है कि एक हफ्ते के स्वच्छाग्रह अभियान के बाद बिहार ने इस बैरियर को तोड़ दिया. पिछले एक हफ्ते में बिहार में 8,50,000 से ज्यादा शौचालयों का निर्माण किया गया है. यह गति और प्रगति कम नहीं है. मैं बिहार के लोगों को, प्रत्येक स्वच्छाग्रही को और राज्य सरकार को इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं.
तेजस्वी ने पीएम मोदी से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की भी मांग की और ट्विटर पर लिखा कि आपकी और नीतीश जी की नूरा कुश्ती में बिहार में विकास ठप्प है. विगत जुलाई से बिहार में विकास के नाम पर एक ईंट तक नहीं लगी है. हर सेकंड शह और मात का खेल चलता रहता है. नीतीश जी को तो जनता हरा देगी।आप बस डबल इंजन की सरकार में बिहार को स्पेशल स्टेटस का दर्जा दे दिजीए.