भाजपा की गाली के जवाब में बसपा की गाली के खिलाफ शनिवार को भाजपा यूपी की सड़कों पर बेटियों के सम्मान के आंदोलन पर उतर आयी है.
19 जुलाई को मऊ में बीजेपी के तत्कालीन उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने मायावती को वेश्या से बदतर कहा था. इसके जवाब में सड़क पर उतरे बीएसपी के कार्यकर्ताओं ने गाली का जवाब गाली से दिया. इसी क्रम में बीएसपी नेताओं ने दयाशंकर सिंह के परिवार को भी गाली दी. जिसके बाद दयाशंकर के परिवार ने मायावती सहित पार्टी के महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बीएसपी के कुछ नेताओं पर केस दर्ज कराया.
बीजेपी, बीएसपी कार्यकर्तओं की गाली के खिलाफ पूरे यूपी में प्रदर्शन कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में महिलाओं ने बीएसपी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.
गाली के जवाब में गाली के विवाद में यूपी की राजनीति आज भी गर्म है. आज बीजेपी के कार्यकर्ता सड़क पर हैं, मायावती को गाली के खिलाफ बीएसपी के प्रदर्शन में कार्यकर्ताओं ने गाली देने वाले दयाशंकर सिंह के परिवार को गाली दी थी, इसके खिलाफ बीजेपी में प्रदर्शन हो रहा है. ट्विटर पर #बेटी_के_सम्मान_में ट्रेंड कर रहा है.
आरएसएस ने अपने हैंडल से #बेटी-के-सम्मान में ट्विट किया है इस पर अनेक लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है.
इस में जान बूझ कर मायावती पर तीखा हमला करने के बजाये आरएसएस के लोग बसपा के मुस्लिम चेहरा नसीमुद्दीन सिद्दीकी को निशाना बना कर ध्रूवीकरण की कोशिश कर रहे हैं. प्रकाश नामक एक व्यक्ति ने लिखा- नसीम को सोचना चाहिए जब हिन्दू गाय के लिए जान दे सकता है जान ले सकता है तो बेटी के लिए क्या करेगा.