भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि शहाबुद्दीन और राजबल्लभ यादव के बेल के मामले में नीतीश कुमार बेनकाब हो गये हैं। यह साफ हो गया है कि किस तरह से सरकार सत्ताधारी दल के नेताओं को जेल से बाहर निकालने में मदद कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि राजबल्लभ यादव लालू प्रसाद के फाइनेंसर हैं। नीतीश कुमार की सरकार किसी तरह चल रही है।
भाजपा नेता सुशील मोदी का पीसी
आज पटना में जनता दरबार में श्री मोदी ने कहा कि पहले तो सरकार ने न्यायालय में मजबूती के साथ पक्ष नहीं रखा और अब दिखावे की कार्रवाई के सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल कर दिया। सरकार की मंशा इसी बात से उजागर होती है कि शराब बंदी के मामले में सरकार ने राजीव धवन जैसे वरिष्ठ अधिवक्ता को रखकर तत्काल हियरिंग का आग्रह कर 7 अक्टूबर निर्धारित करवा लिया। वहीं राजबल्लभ के मामले में लोगों को झांसा देने के लिए सरकार ने केवल फाइल कर के छोड़ दिया।
सरकार की नियत में खोट
सुशील मोदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट दशहरा में 7 से 17 अक्टूबर तक बंद रहेगा। तब तक अभियुक्त को बाहर रहकर प्रभावित करने का मौका मिल जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार की मिलीभगत का ही परिणाम है कि राजबल्लभ यादव को बेल मिल गया लेकिन इस मामले में सह अभियुक्त को बेल नहीं मिला। सरकार ने देश के अच्छे वकील को रखकर मजबूती के साथ तथ्य न्यायालय के समक्ष नहीं रखा। मोदी ने राजबल्लभ प्रकरण पर कई सवाल भी उठाये।