जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने आज स्पष्ट किया है कि उत्तर प्रदेश और बिहार में सत्ता बचाने के लिए मजबूती से लड़ेंगे। जनता दल परिवार के विलय की संभावना बीच शरद यादव ने आज नई दिल्ली में कहा कि हम विचारों की राजनीति करते हैं। जब भाजपा के साथ हमारा वैचारिक मतभेद हुआ तो हमने उससे संबंध तोड़ लिया। उन्होंने विलय से जुड़े एक सवाल को टालते हुए कहा कि जो विलय की बता कर रहे हैं, उनसे ही पूछिए। उल्लेखनीय है कि जनता दल परिवार के विलय का सर्वाधिक असर बिहार व उत्त्र प्रदेश की राजनीति पर ही पड़ेगा।
श्री यादव ने कटाक्ष करते हुए कहा कि हिन्दू धर्म अन्याय से भरा है और इस धर्म को अपनाने कोई आता नहीं है, बल्कि इससे लोग निकलते ही रहते हैं। श्री यादव ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हिन्दू धर्म से हमेशा पलायन होते रहा है। उन्होंने कहा कि सिख भी इसी धर्म अलग हुए लोग हैं। भट्ट सबसे अधिक हिन्दू धर्म से अलग हुए। उन्होंने कहा कि हिन्दू धर्म में जाति व्यवस्था एक बड़ी समस्या है और इसके कारण शादी-ब्याह तक का संकट हो जाता है।
उधर राजद के सांसद पप्पू यादव ने जनता दल परिवार के विलय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जितना जल्दी हो सके, विलय कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने मुलायम सिंह जी से मुलाकात की और उनसे आग्रह किया कि विलय के बाद हमारी ताकत बढ़ जाएगी। लड़ने का आधार भी बढ़ जाएगा। राजद सांसद ने कहा कि विलय समय व समाज की पुकार है। दल बड़ा होगा तो हमारा आंदोलन भी बड़ा होगा और हम सरकार पर मजबूत अंकुश भी रख सकेंगे।
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