– एसटीपीआइ ने किया बिहार में स्टार्टअप इग्नाइट विषय पर सेमिनार का आयोजन
पटना.
स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए एक कदम के रूप में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआइ ) ने गुरुवार को बिहार स्टार्टअप इग्नाइट विषय पर आयोजित सेमिनार का आयोजन किया. सेमिनार का उद्घाटन केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी और कानून एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने किया.
इस मौके पर प्रसाद ने कहा कि स्टार्टअप शुरू करने के लिए आत्मविश्वास और साहस सबसे जरूरी है. जिंदगी में संघर्ष जरूरी है. इसका विकल्प नहीं होता है. उन्होंने कहा कि स्टार्टअप की सफलता का अनुपात काफी कम है. असफलता से घबराये नहीं. सफल होने के लिए रिस्क और पैशन का होना जरूरी है.
प्रसाद ने आइटी व आइटीइएस उद्योग की जरूरतों को पूरा करने और बिहार राज्य से उद्यमशीलता और आइटी निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एसटीपीआइ ने पटना में अपना केंद्र 2008 में स्थापित किया था. उन्होंने कहा हाल ही में स्टार्टअप और युवा उद्यमियों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए नसी इंक्यूबेशन सुविधा केंद्र शुरू किया गया है. वर्तमान में 10 स्टार्टअप और आइटी व आइटीइएस कंपनियों द्वारा उपयोग किया जा रहा है. राज्य से अब तक कुल 50 करोड़ रुपए का आइटी निर्यात हो चुका है.
बिहार में तेजी से उभर रहे स्टार्टअप
एसटीपीआइ के महानिदेशक ओंकार राय ने कहा कि बिहार में तेजी से स्टार्टअप उभर कर समाने आ रहे है. इनमें से कई सफल हुए है और अच्छा कारोबार कर रहे है. युवा स्टार्टअप को नये आइडिया पर काम करना चाहिए. तभी वे सफल हो सकते है. एसटीपीअाइ के वरिष्ठ निदेशक देवेश त्यागी ने सेमिनार के उद्देश्य के बारे में प्रकाश डालते हुए कहा कि अब बड़े शहरों से अधिक छोटे शहरों से स्टार्टअप आगे आ रहे है जो अच्छी बात है. वहीं स्टार्टअप गौतम कुमार, कुणाल कृष्ण, शरद सागर , पवन सोनी , मनीष चंद्रा और वैजयंती देवी ने अपनी सफलता की कहानियों को साझा किया.