रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्रेनों एवं रेल परिसर में साफ सफाई के लिये यात्रियों से भी सहयोग का आह्वान करते हुए आज कहा कि रेलवे एवं यात्री दोनों मिल करके ही जमीनी बदलाव ला सकते हैं। उन्होंने रेलवे में स्वच्छता के लिये पृथक एकीकृत एजेंसी बनाने का भी ऐलान किया।
श्री प्रभु ने नई दिल्ली स्थिति रेल भवन से वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से नयी दिल्ली, मुंबई सेंट्रल और लखनऊ जंक्शन पर ‘क्लीन माई कोच’ सुविधा का शुभारंभ करने के मौके पर यह बात कही। इस अवसर पर रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ए. के. मित्तल, रेलवे बोर्ड के सदस्य (याँत्रिक) हेमंत कुमार मौजूद थे। रेल मंत्री ने कहा कि गंदगी देश की सबसे बड़ी चिंता है। गंदगी से बीमारियाँ फैलतीं हैं और पर्यटकों पर भी प्रतिकूल असर पड़ता है।
उन्होंने कहा कि रेलवे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत कार्यक्रम की तर्ज पर स्वच्छ रेल स्वच्छ भारत कार्यक्रम चलाया है। अब गैर वातानुकूलित कोचों में भी कचरे की पेटियाँ लगाने की व्यवस्था की जा रही है, जिससे लोग अपना कचरा गाड़ी में ना फैला कर पेटी में डाल सकें। इसके साथ धुलने वाले कंबल भी लाने एवं यात्रियों को कचरे का थैला देने की तैयारी हो रही है। इस साल सात नई मशीनीकृत लॉण्ड्री खुलने के साथ इनकी संख्या 48 हो जाएगी। उन्होंने बताया कि उसी कड़ी में कई महीनों के परीक्षण के बाद ‘क्लीन माई कोच’ सुविधा शुरू की गयी है। नई प्रौद्योगिकी के प्रयोग से मानवीय चूक की संभावना को शून्य किया गया है। उन्होंने कहा कि वह यात्रियों से विनती करेंगे कि वे भी स्वच्छता के अभियान में योगदान दें और गंदगी नहीं फैलने दें।