मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मधुबनी की सभा में नियोजित शिक्षकों ने चप्पलें उछाल दीं जिससे मुख्यमंत्री आग बबोला हो गये और यहां तक कह दिया कि इन्हें हटाइए और समझाइए नहीं तो इन शिक्षकों के लिए मुश्किल हो जायेगी.
उन्होंने आगे कहा कि अगर हम कोई फैसला कर लेंगे तो इन नियोजित शिक्षकों को काफी नुकसान पहुंचेगा. हमारे संवाददाता एहसान दानिश का कहना है कि मुख्यमंत्री के इतना कहने पर शिक्षक खामोश हो गये और एक-एक कर सभा से निकल गये.
मालूम हो कि नीतीश कुमार इन दिनों अधिकार यात्रा पर निकलें हैं. कुछ महीने पहले नीतीश कुमार ने जब एक यात्रा की थी तो मोतिहारी की सभा में उनको नियोजित शिक्षकों कs भारी विरोध का सामना करना पड़ा था. इस जिले में एक बार तो स्थिति यह हो गई थी कि शिक्षकों के भारी विरोध के कारण मुख्यमंत्री को अपने यात्रा मार्ग में परिवर्तन करना पड़ा था.
यहां यह ध्यान रखने की बात है कि पिछले तीन चार सालों से नियोजित शिक्षक अपनी नौकरियों को स्थाई करने और वेतन बढ़ाने को लेकर आंदोलन करते रहे हैं. नियोजित शिक्षकों ने कई बार राजधानी पटना की सड़कों पर भी आंदोलन किया है और उन्हें पूलिस की लाठियां भी खानी पड़ी हैं.
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