समाजवादी सम्मेलन ने सांप्रदायिक ताकतों को परास्त करने एवं समतामूलक समाज बनाने के लिए सभी धर्मनिरपेक्ष शक्तियों से न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाने का आह्वान किया है ताकि समाज के गरीब तथा वंचित वर्ग के लोग अपना जीवन बसर कर सकें और उन्हें शोषण दमन से मुक्ति दिलाया जा सके।
कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी के 84 वें स्थापना दिवस पर नई दिल्ली में आयोजित सम्मेलन में देश भर से आये समाजवादी नेताओं ने यह आह्वान किया। सम्मलेन में श्री यादव ने कहा कि कर्नाटक की राजनीतिक घटनाओं को देखते हुए सांप्रदायिक ताकतों को परास्त करना बहुत आवश्यक हो गया है और इसके लिए विपक्ष को एकजुट होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि भाजपा हर जगह लोकतंत्र की हत्या कर रही है एवं संविधान की धज्जियाँ उड़ा रही है, उसे रोकना बहुत जरूरी है और 2019 में उसे सत्ता से बाहर करना जरूरी है। श्री यादव जनता दल (यूनाइटेड) से अलग होने के बाद राजधानी के तालकटोरा स्टेडियम में लोकतान्त्रिक समाजवादी पार्टी के गठन की घोषणा कर चुके हैं।
सम्मलेन में प्रसिद्ध अर्थशास्त्री एवं जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त प्रोफ़ेसर अरुण कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विदेशों से कला धन लाने का वादा विफल हो गया और उलटे नोटबंदी कर दी और अब जी एस टी भी लगा दिया। उन्होंने कहा कि कालाधन केवल नगद में नहीं होता बल्कि अचल संपत्ति के रूप में अधिक होता है लेकिन मोदी किसी तरह के काले धन पर अंकुश नहीं लगा सके। पत्रकार कुर्बान अली ने सच्चर कमेटी तथा रंगनाथ मिश्र आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग की। प्रो. राजकुमार जैन ने देश में समाजवादी आन्दोलन का इतिहास बताते हुए आज समाजवादियों की आपसी एकता पर बल दिया।