यह सार्वजनिक जीवन में भाईचारे और समरसता की सीख ही है जिसे तेज प्रताप यादव ने अपने पिता लालू प्रसाद से सीखी है.
एक जनवरी को गायों संग कृष्ण रूप धारण कर तेज अगर बांसुरी बजाते हुए दिखते हैं तो दूसरे ही दिन गुुरुद्वारा पहुंच कर सेवादार की भूमिका में नजर आते हैं. ईद के दिन ईदगाह जा कर लोगों को गले लगाना भी इसी सीख का हिस्सा है.
स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव ने सोमवार को प्रकाशोत्सव में शामिल हुए. न सिर्फ माथा टेका बल्कि श्रद्धालुओं की सेवा की और वह भी सेवादार बन कर. उन्होंने अपने हाथों से लोगों की थालियों में खाना परोसा और फिर लाइन में बैठ कर भोजन भी किया.
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री वृंदावन में आध्यात्मिक साधना करके सुर्खियां पा चुके हैं.
आपसी भाईचारे की तेज प्रताप ने जहां एक ओर कोशिश की वहीं अपनी इन कोशिशों पर उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की खबर भी ली. उन्होंने कहा कि नये साल पर जनता को हमने भी सुभकामना दी और मोदी जी ने भी नये साल का तोहफा दिया. दोनों में अंतर देख लीजिए. दर तेज प्रताप के इस बयान का इशारा पेट्रोल व डीजल की दरों में इजाफा की तरफ था.
तेज प्रताप यादव ने सोमवार को फेसबुक पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए लिखा
नव वर्ष की सौगात तो हमने भी दिया बिहार की जनता को और Narendra Modi जी आपने भी दिया पुरे देश को, अंतर यही है की आपने बेहोशी की दवा दे दी और हमने गुलदस्ते |
एक तो पहले से #नोटबंदी की मार ऊपर से पेट्रौल और डीजल की कीमत में लगातार बढ़ोतरी |
अब तो ब्रेक लगाईये साहब नहीं तो आपकी इस तेज रफ़्तार वली झूठी विकास पहिए के निचे देश की गरीब जनता कुचल कर मर जाएगी |