भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने जदयू के वरिष्ठ नेता एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बिहार विधानसभा के चुनाव प्रचार के दौरान जात-पात, अगड़ा-पिछड़ा और बाहरी-बिहारी जैसे समाज को विभाजित करने वाले नारे उछालने का आरोप लगाया है।
श्री मोदी ने पटना में कहा कि श्री कुमार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बिहार दौरों को लेकर उनके बाहरी होने का मुद्दा बना रहे हैं जबकि इटली मूल की निवासी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के प्रदेश में आने पर वह उनका ‘महारानी’ जैसा स्वागत करते हैं। उन्होंने ‘बाहरी’ शब्द को परिभाषित करने की श्री कुमार से मांग करते हुए कहा कि उन्हें बताना चाहिए कि जद(यू) अध्यक्ष शरद यादव, महासचिव के सी त्यागी और पार्टी नेता एवं सांसद पवन कुमार वर्मा बिहारी हैं या बाहरी। भाजपा नेता ने जद(यू)से सवाल किया कि श्री यादव, त्यागी और वर्मा बिहार के कोटे से राज्यसभा सदस्य क्यों बनाये गये। उन्होंने कहा कि श्री मोदी जनता का ध्यान विकास के मुद्दे से हटाने के लिए बाहरी-बिहारी और अन्य विभाजनकारी नारे उछालने का प्रयास कर रहे हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि प्रख्यात समाजवादी चिन्तक मधुलिमये और समाजवादी नेता जार्ज फर्नाडीस को भी क्या श्री कुमार बाहरी बताकर अपमानित करना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के संवैधानिक पद पर आसीन श्री कुमार ने प्रांत और जाति के नाम पर विभाजनकारी बयान देकर चुनाव प्रचार और चुनावी बहस को निचले स्तर पर ला दिया है। उन्होंने दावा कि किया बिहार की जनता बाहरी-बिहारी जैसी संकुचित मानसिकता को ठोकर मारकर प्रदेश में बदलाव का मन बना चुकी है जो चुनाव नतीजों से साफ हो जायेगा।