उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि गरीबों की बीमारी कालाजार, टीबी और फाइलेरिया को जड़ से मिटाने के लिए सरकार संकल्पित है।
श्री मोदी ने यहां प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) में 178 करोड़ रुपये से क्षेत्रीय चक्षु संस्थान एवं पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच)में 200 करोड़ रुपये से सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि गरीबों की बीमारी कालाजार, टीबी (ट्यूबर कुलाेसिस) और फाइलेरिया को जड़ से मिटाने के लिए सरकार संकल्पित है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 में जहां कालाजार से 142 लोगों की मृत्यु हुई वहीं आज इसकी संख्या शून्य है। इस साल के अन्त तक कालाजार का पूरी तरह से उन्मूलन कर दिया जायेगा। वर्ष 2025 तक टीबी के उन्मूलन का लक्ष्य है। स्वास्थ्य विभाग के बजट में सर्वाधिक वृद्धि तीन हजार करोड़ रुपये की वृद्धि करते हुए इस वर्ष नौ हजार 622 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
उप मुख्यमंत्री ने बताया कि कालाजार से प्रभावित प्रखंडों की संख्या 67 से घट कर मात्र 30 रह गई है। कालाजार से पीड़ितों को इलाज के लिए सरकार 6600 रुपये दे रही है। उन्होंने बताया कि टीबी मरीजों की पहचान कर उनका इलाज करने वाले निजी चिकित्सकों को एक हजार रुपये के साथ मरीजों को मुफ्त दवा और पोषण के लिए 500 रुपये दिए जा रहे हैं।