राज्यसभा में आज कार्यवाही नहीं चल पाने के लिये कांग्रेस ने सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुये आज कहा कि उसकी अक्षमता की वजह से सदन नहीं चल पाया। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद और लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में यह बात कही। श्री आजाद ने कहा कि सत्र शुरू होने से पहले हुयी सर्वदलीय बैठक में उनकी पार्टी ने जेएनयू विवाद, रोहित वेमूला की आत्महत्या, किसानों की समस्या, महंगाई, अरुणाचल प्रदेश घटनाक्रम जैसे राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर चर्चा कराने की मांग की थी जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया था। कांग्रेस ने भी विधेयकों के महत्व को देखते हुये उन्हें पारित कराने पर सहमति दी थी।
उन्होंने कहा कि इसी के तहत आज संसद के दोनों सदनों में हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या और जेएनयू घटनाक्रम पर चर्चा करायी जानी थी। राज्यसभा में कार्यवाही शुरू होने पर बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने रोहित वेमुला की आत्महत्या के मामले की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग में किसी दलित को शामिल नहीं किये जाने का मुद्दा उठाया और इस पर सरकार का जबाव चाहा।
श्री आजाद ने कहा कि यदि सरकार चाहती तो एक सेकेंड में इसका हां या ना में जबाव दे देती और सदन की कार्यवाही सुचारू तरीके से चलती लेकिन सत्तापक्ष बार-बार के स्थगन के बावजूद इसका जबाव देने में असफल रहा जिसके कारण कार्यवाही नहीं चल पायी। उन्होंने कहा कि इससे इस सरकार की अक्षमता का पता चलता है। कांग्रेस नेता ने कहा कि इस न्यायिक आयोग में एक दलित और एक अल्पसंख्यक सदस्य होना चाहिए क्योंकि यह मामला दलित छात्र से जुडा हुआ है। हैदराबाद अल्पसंख्यक बहुल है इसलिए इसमें एक अल्पसंख्यक सदस्य भी होना चाहिए।