बिहार की राजधानी पटना में अपराध की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर पटना के 73 में से 70 थानाध्यक्षों के वेतन पर जहां रोक लगा दी गयी है, वहीं 10 पुलिस उपाधीक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
पुलिस उप महानिरीक्षक (केन्द्रीय प्रक्षेत्र) राजेश कुमार ने बताया कि पिछले सात दिनों में राजधानी पटना में लूट और हत्या जैसे कई मामलों में एक भी गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है। इस मामले को गंभीरता से लिया गया है। उन्होंने कहा कि पटना के गौरीचक, कदमकुंआ और फुलवारीशरीफ थानाध्यक्षों को छोड़कर अन्य सभी 70 थाना प्रभारियों के वेतन भुगतान पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गयी है।
श्री कुमार ने कहा कि संबंधित थाना क्षेत्रों के जबतक फरार अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं की जाती तबतक उनके वेतन भुगतान पर रोक रहेगी। इसी तरह 10 पुलिस उपाधीक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि नगर पुलिस अधीक्षक (मध्य-पूर्वी-पश्चिमी) , पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) और पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर प्रतिदिन समीक्षा करने के साथ ही फरार अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि अपराध के प्रति तनिक भी कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।