राजद सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा है कि राजद व जदयू के वरीय नेताओं के विवादास्पद बयानों से गठबंधन की विश्वसनीयता खतरे में पड़ सकती है। आज पटना में पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने राजद प्रमुख लालू यादव व जदयू नेता नीतीश कुमार से पार्टी नेताओं के विवादास्पद बयानों पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने छात्रवृत्ति घोटाले की न्यायिक जांच की मांग करते हुए कहा कि इससे हजारों गरीब व मेधावी छात्रों की हकमारी हुई है।
राजद सांसद ने इस बात पर नाराजगी भी जतायी कि सरकार में राजद के कार्यकर्ताओं को सम्मान नहीं मिल रहा है। नीति निर्धारण में राजद नेताओं का परामर्श नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शाहाबाद और मगध को एक बार फिर रक्तरंजित करने की कोशिश की जा रही है। ऐसे वारदातों को भाजपा बढ़ावा दे रह है और दोषियों को संरक्षण भी दे रही है। एक साजिश के तहत भाजपा के लोग महादलित, दलित व अतिपिछड़ा समाज के खिलाफ हिंसक कार्रवाई कर रहे हैं। इसका मकसद उन वर्गों में भय पैदा करना और मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की सरकार को बदनाम करना है।
पप्पू यादव ने कहा कि हमारी लड़ाई सिस्टम के खिलाफ है। हमारा संघर्ष व्यवस्था को सुधारने की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मांझी के बयानों को गलत संदर्भ में व्याख्या कर विवाद पैदा किया जा रहा है। यह उचित नहीं है। उधर, राजद सांसद व युवाशक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने आज युवा शक्ति की नवगठित प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा कर दी। नयी कार्यकारिणी में नागेंद्र सिंह त्यागी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद सिंह यादव को बनाया गया है। राजेश रंजन को विधिक सलाहकार सेल का प्रेदश अध्यक्ष, मंजय लाल राय को किसान सेल का प्रदेश अध्यक्ष और आरटीआई सेल का प्रदेश अध्यक्ष अजिताभ सिन्हा को बनाया गया है।