पाकिस्तान पर हुए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद जहां पूूरा देश सेना की उपलब्धि पर जश्न मना रहा वहीं इसी दौरान केंद्र सरकार ने युद्ध में विकलांदग हुए सैनिकों के पेंशन में 18 हजार रुपये की कटौती कर दी है. इस खबर ने सोशल मीडिया में कोहराम मचा दिया है
इस फैसले से नाराज सेना के एक अफसर ने पीठ में छूड़ा भोकने वाला बताया है. बिजनस स्टैंडर्ड में अजय शु्क्ला की रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि विकलांग हुए अफसरों के पेंशन में भी भारी कटौती की गयी है. इस खबर के सार्वजनिक होने के बाद मोदी सरकार पर लोगों ने सोशल मीडिया में जम कर हमला बोलना शुरू कर दिया है. फेसबुक पर धंजो राव ने लिखा है कि वोट लेने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक के पोस्टर तो पूरे प्रदेश में लगवा दिए..अब जरा सैनिकों की जो पेंशन आधी किये हो उसके भी पोस्टर लगवा दो ना. जबकि रवि दत्त मेहरा ने अपनी नाराजगी जताते हुए लिखा है कि गिन- गिन कर अच्छे दिन दिखा रही है मोदी सरकार सब को. वहीं किशन वाला ने लिखा है ये राष्ट्रभक्ति संदिग्ध है।पर्रिकर साहब सर्जिकल स्ट्राइक तो आप पोस्टरों में दिखाते है गर्व से।जरा ईमानदारी से सेना की पेन्शन कटौती भी दिखाते तो अच्छा होता। बिजनस स्टैंडर्ड के अनुसार जिन विकलांग सैनिकों को पहले 45 हजार दो सौ रुपये पेंशन मिलता था अब उन्हें मात्र 27 हजार दो सौ रुपये मिलेंगे. गौर तलब है कि केंद्र सरकार ने यह फैसल पाकिस्तान पर हुए सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान ही लिया. अखबार के अनुसार मेजर स्तर के विकलांग हुए अफसरों के पेंशन में तो 70 हजार रुपये की कटौती की गयी है. बिजनस स्टैंडर्ड की पूरी खबर पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें- http://www.business-standard.com/article/economy-policy/government-slashes-army-s-disability-pensions-116100900688_1.html