एक ताजा सर्वे से पता चला है कि 42 लोकसभा सीटों वाले पश्चिम बंगाल में तृणमूल काग्रेस को सबसे ज्यादा 23 से 29 सीटें मिलने का अनुमान है जबकि वहां भाजपा के लिए खाता खोलना भी मुश्किल हो सकता है.
सीएसडीएस द्वारा आईबीएन7 के लिए किये गये इस सर्वे में लेफ्ट फ्रंट को 7 से 13 सीटें मिल सकती हैं। कांग्रेस को 4 से 7 सीटें और बीजेपी 0 से 1 सीट मिलने का अनुमान है।
पश्चिम बंगाल 42 लोकसभा सीटों के साथ तीसरा बड़ा राज्य है। इस बार तृणमूल कांग्रेस अकेले चुनाव मैदान में है। ममता को देश की तीसरी बड़ी पार्टी बनने का भरोसा है। ममता का अच्छा प्रदर्शन मोदी रथ को रोक भी सकता है। वहीं लेफ्ट फ्रंट के सामने भविष्य बचाने की चुनौती है।
पश्चिम बंगाल में वोटिंग का आधार क्या होगा, सर्वे में इस सवाल के जवाब में 40% लोगों ने कहा कि वो राज्य सरकार का काम देखकर वोट डालेंगे। 19% लोगों के लिए वोट का आधार केंद्र सरकार का काम होगा जबकि 13% लोगों के लिए वोट का आधार केंद्र-राज्य दोनों सरकारों का काम होगा।
ग्रामीण इलाकों के 43% टीएमसी को जबकि 30% वोट लेफ्ट को मिलते दिख रहे हैं। वहीं, शहरी इलाकों में 54% वोट टीएमसी को और 21% वोट लेफ्ट को मिलने की संभावना है।