लोजपा सुप्रीमो सह केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने आज सरकारी नौकरी में 10 % आरक्षण के मुद्दे पर राजद को घेरा। पासवान ने कहा कि कोटा बिल का विरोध करने वाली राजद को जनता को जवाब देना होगा। जब उनसे जनता सवाल पूछेगी, तब उन्हें जवाब देना मुश्किल होगा।
नौकरशाही डेस्क
वहीं, रामविलास पासवान ने इस मामले में सोशल मीडिया के माध्यम से भी विरोध जाहिर किया और लिखा – ‘राष्ट्रीय जनता दल द्वारा गरीब सवर्णो को आर्थिक आधार पर 10% आरक्षण दिलाने वाले संविधान संशोधन विधेयक का विरोध करने का लोक जनशक्ति पार्टी निंदा करती है। राजद का यह कदम महागठबंधन में वैचारिक मतभेद का द्योतक है।‘
[tabs type=”horizontal”][tabs_head][tab_title][/tab_title][/tabs_head][tab]
राष्ट्रीय जनता दल द्वारा गरीब सवर्णो को आर्थिक आधार पर 10% आरक्षण दिलाने वाले संविधान संशोधन विधेयक का विरोध करने का लोक जनशक्ति पार्टी निंदा करती है। राजद का यह कदम महागठबंधन में वैचारिक मतभेद का द्योतक है।#QuotaBill
— Ram Vilas Paswan (@irvpaswan) January 9, 2019
[/tab][/tabs]
उन्होंने कहा कि देश में ऊंची जाति के लोग भी बीच में सोचने लगे थे कि वो महागठबंधन को अपना वोट देंगे लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। महागठबंधन को एक भी वोट नहीं मिलेग और चुनाव में महागठबंधन जीरो पर आउट हो जाएगा।
पासवान ने कहा कि सरकार ने ये बिल अचानक से लाकर नहीं रख दिया था.।सवर्ण गरीबों के लिए आरक्षण की मांग हम अपनी पार्टी के गठन से ही कर रहे थे। पासवान ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या कोर्ट की गारंटी राजद या दूसरे दल ही लेकर बैठे हैं। मायावती और आरजेडी को ऊंची जाति का वोट भी चाहिए और वो गाली भी देंगे। राम मंदिर के मसले पर बोलते हुए पासवान ने कहा कि मंदिर-मस्जिद के झगड़े का फैसला तो कोई जज ही करेगा।
[tabs type=”horizontal”][tabs_head][tab_title][/tab_title][/tabs_head][tab][/tab][/tabs]
गौरतलब है कि बुधवार को राज्यसभा में पेश कोटा बिल पर चर्चा के दौरान राजद ने बिल का विरोध डंके की चोट पर कर दिया था। इस दौरान राजद सांसद मनोज झा 10 प्रतिशत आरक्षण को झुनझुना बताया था और विरोध स्वरूप वे सदन में झुनझुना लेकर गए पंहुचे थे।