कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल यूनाईटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की प्रशंसा करना कांग्रेस विधायकों के निजी विचार हैं, जिसका कोई खास महत्व नहीं है।
श्री गहलोत ने पटना में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि श्री कुमार सांप्रदायिक ताकतों की गोद में बैठ गये हैं। उन्होंने कहा कि श्री कुमार का वापस राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल होना गलत निर्णय है, जिसका उन्हें बहुत जल्द पछतावा होगा। महासचिव ने कहा कि बिहार में कांग्रेस काफी मजबूत रहा है और उसने अपने दम पर यहां सरकार चलाई है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इसकी ताकत कमजोर पड़ी है, जिसकी वजह से राष्ट्रीय जनता दल के साथ महागठबंधन बनाया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए जरूरी है कि वह काफी मेहनत से काम करें ताकि पार्टी राज्य में फिर से मजबूती के साथ खड़ी हो सके।
श्री गहलोत ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार धान के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी कर बिना कारण के नगाड़े बजा रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी नीत राजग सरकार इसका श्रेय ले रही है लेकिन इससे किसानों को कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि देश में किसानों की हालत बहुत खराब है, जिसके कारण वे आत्महत्या करने को मजबूर हैं।
महासचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वादा किया था कि ‘अच्छे दिन’ आयेंगे लेकिन उनकी सरकार के चार साल बीत जाने के बाद भी लोगों के अच्छे दिन नहीं आए। उन्होंने कहा कि देश की स्थित खतरनाक है इसलिए नरेंद्र मोदी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकना जरूरी हो गया है।