बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने नकरशाही डॉट इन के सम्पादक इर्शादुल हक और हमारी सहयोगी ऋशाली यादव को एक्सक्लुसिव इंटर्व्यू में अपने जीवन के ऐसे पहलुओं को साझा किया है जो अब तक न सुनी गीयी और न पढ़ी गयी है.
किसी भी न्यूज वेबसाइट के लिए बिहार के मुख्य मंत्री का यह पहला इंटर्व्यू है.
मांझी ने एक लम्बे साक्षात्कार में अपने जीवन के उतार-चढाव, राजनीतिक सफर, सामंतवादियों द्वारा बचपन में झेले गये शोषण और संघर्षों की कहानी साझा की है. हम इस साक्षात्कार को 29 मई से लगातार तीन किस्तों में पेश करेंगे.
पहली किस्त में पेश होने वाले साक्षात्कार में मुख्यमंत्री ने अपने बचपन के दिन, परिवार, शिक्षा और उनके संघर्षों के साथ उनके खिलाफ होने वाले सामंतियों के शोषण की घटनाओं को साझा किया है. इस बातचीत में मांझी ने कई ऐसे चौकाने वालीं बातें की हैं जो अब तक न तो कहीं पढ़ी गयी है और न ही सुनी गयी है.
दूसरी किस्त– जीतन राम मांझी के इस साक्षात्कार की दूसरी किस्त को हम 30 मई को प्रकाशित करेंगे. जिसमें उन्होंने अपने और अपने मजदूर पिता के साथ, बतौर मजदूर झेलने वाली व्यथा को साझा किया है. साक्षात्कार के इस हिस्से में भी मुख्यमंत्री ने कई अनकही घटनाओं को नौकरशाही डॉट इन के साथ साझा किया है.
तीसरी किस्त- साक्षात्कार के तीसरा हिस्सा जिसे हम एक जून को अपने पाठकों के सामने पेश करेंग, उसमें बिहार के मुख्यमंत्री ने अपने राजनीतिक सफर को बेबाकी से शेयर किया है. इस तीसरे किस्त में जीतन राम मांझी ने अपनी भविष्य की योजनाओं और राजनीतिक की संभावनाओं पर बात की है.
तो तैयार हो जाइए बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का साक्षात्कार पढ़ने के लिए जिसे नौकरशाही डॉट इन ने एक्सक्लुसिवली अपने पाठकों के लिए लिया है.