पटना पुस्तक मेला का आयोजन आगामी सात से 18 नंबर तक गांधी मैदान में आयोजित किया जाएगा। इसके लिए गांधी मैदान का आंवटन कर दिया गया है। पटना में पत्रकारों को संबोधित करते हुए सीआरडी के अध्यक्ष रत्नेश्वर ने कहा कि इस बार पुस्तक मेले का थीम है – बाल चेतना और महिला प्रतिनिधित्व। पटना पुस्तक मेला में बच्चे व इनसे जुड़े विभागों को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सभागार, मुख्य द्वार, मुक्ताकाश मंच, कार्यालय और ब्लॉक के नाम पर इस बार साहित्यिक पत्रिकाओं पर होंगे। देश भर की प्रमुख पत्रिकाओं पर इनके नाम रखे जाएंगे। मेले में प्रमुख लेखकों, पत्रकारों व संस्कृतिकर्मियों को आमंत्रित किया जा रहा है।
मेले का थीम – बाल चेतना और महिला प्रतिनिधित्व
पटना पुस्तक मेला के संयोजक अमित झा ने कहा कि कार्यक्रमों की ऋखंला में जन संवाद, नुक्कड़ नाटक, बाइस्कोप, लोक सांस्कृतिक प्रदर्शन, समाज आदि महत्वपूर्ण कार्यक्रम होंगे। इस बार बाइस्कोप कार्यक्रम में देश की विविध भाषाओं में महत्वपूर्ण फिल्में दिखाई जाएंगी। इसमें बांग्ला, मराठी, गुजराती आदि भाषाओं की फुल्में शामिल हैं। कला दीर्घा को विशेष स्थान दिया जाएगा। इसमें बिहार के कलाकारों की कला का प्रदर्शन होगी।
इस बार नए कार्यक्रमों में ‘लोक सांस्कृतिक प्रदर्शन’ कार्यक्रम महत्वपूर्ण है। यह कार्यक्रम संगीत नाटक अकादमी, दिल्ली के सौजन्य से होना जा रहा है। मेले में साहित्य के लिए विद्यापति, पत्रकारिता के लिए सुरेंद्र पुरस्कार, रंगकर्म के लिए भिखारी ठाकुर पुरस्कर के अलावा कला के लिए यक्षिणी पुरस्कार शुरू करने का निर्णय लिया गया है। ये राष्ट्रीय पुरस्कार 35 वर्ष के किसी भी बिहारी को दिया जाता है। जो देश में कहीं भी रहकर काम कर रहे हों। पत्रकार वार्ता में पुस्तक मेला अध्यक्ष एचएल गुलाटी, राजेश, कलानाथ मिश्र, एनके झा आदि मौजूद थे।