शिव सेना के मुख्य पत्र सामना ने सीएम मांझी को कमीशनखोर तो भाजपा को षड्यंत्रकारी कहा गया है और आरोप लगाया गया है कि बिहार में राजनीतिक संकट के लिए भाजपा का षड्यंत्र है.
आज के सामना के सम्पादकीय में लिखा गयया है कि नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी को अपना सियासी प्यादा समझ कर मुख्यमंत्री बनाय दिया. नीतीश ने महादलित कार्ड खेला.
अखबार ने इस मामले में भाजपा को भी नहीं बख्शा. उसने लिखा है कि बिहार की मौजूदा राजनीतिक हालात के पीछे भारतीय जना पार्टी की साजिश काम कर रही है.
इस सम्पादकीय में मुख्यमंत्री जीतन रमा मांझी को निशाना बनाते हुए लिखा गया है कि ‘मांझी के भेजे में इतनी हवा घुस गई है कि उन्होंने कई बार भ्रष्टाचार का खुला समर्थन किया. मांझी महाशय ने सरकारी ठेकेदारी में आरक्षण दे कर हर किसी को चकित कर दिया.’
बीजेपी पर हमला करते हुए शिवसेना ने कहा, ‘एक राज्य का मुख्यमंत्री विकास के काम के लिए कमीशन लेता है. उसी कमीशनखोर सीएम को बिहार विधानसभा में बीजेपी समर्थन देने की तैयारी कर रही है.’