बिहार सरकार ने दहेज प्रथा एवं बाल विवाह जैसी कुरीतियों को समाप्त करने के उद्देश्य से 02 अक्टूबर से शुरू किये जा रहे जागरुकता अभियान में राज्य के सभी जिला जनसंपर्क अधिकारी (डीपीआरओ) से सहभागी बनने को कहा है।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अतीश चंद्रा ने विभाग की मासिक समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियां किसी भी सभ्यता के विकास में अभिशाप है। इनका सामाजिक उन्मूलन आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिशा-निर्देश में इन कुरीतियों के विरुद्ध जागरुकता अभियान का इस वर्ष 02 अक्टूबर से शुरू होगा और इस अभियान में सभी डीपीआरओ को प्रमुख सहभागी की भूमिका निभानी है।
श्री चंद्रा ने इस अभियान के नोडल समाज कल्याण विभाग की ओर से जारी दिशा-निर्देश की जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए प्रचार रथ विभागीय स्तर से संचालित होगा तथा जिलों में डीपीआरओ, शिक्षा विभाग के साथ समन्वय कर उनके कला जत्था के कार्यक्रमों के साथ प्रचार रथ के कार्यक्रम सभी प्रखंडों में आयोजित करवाएंगे। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर पांच तथा प्रखंड स्तर पर दो प्रमुख जनसमूह स्थलों पर होर्डिंग/फ्लैक्स लगाए जाएंगे तथा आगामी छठ पर्व के अवसर पर जिला मुख्यालय के छठ घाटों पर भी दो-तीन फ्लैक्स लगाकर प्रचार-प्रसार किया जाएगा।