समाज बचाओ आंदोलन के नेता काशिफ युनूस ने मुजफ्फरपुर के सरैया साम्प्रदायिक हमला के पीड़ीतों को कानूनी सुरक्षा देने की माग की है. उन्होंने खुद भी पीड़ितों कानूनी सहायता देने की पेशकश की है.
सरैया के अजीजपुर गांव के पीड़ित लोगों से मिल कर लौटे कशिफ ने कहा कि वहां के लोगों को अपनी जान का खतरा है इसलिए वे चाह कर भी हमलावरों का नाम पुलिस को बताने से डर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उन्हें इस ममाले का केस अदालत में जाने और गवाही देने के दौरान उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी नहीं लेती तब तक हत्यारों और लुटेरों के खिलाफ पीड़ित लोग अदालत में खुल कर गवाही देने से बचेंगे. उन्होंने राज्य सरकार से मांग की कि जो लोग गवाह बनेंगे उन्हें अजीजपुर से सुरक्षित निकाल कर कहीं बाहर रखना होगा और उनकी रोटी और रोजगार का इंतजाम करना होगा. इसलिए सरकार को यह जिम्मेदारी लेनी चाहिए. कशिफ ने पीड़ित लोगों को भरसक कानूनी सहायता देने का आश्वासन दिया. काशिफ युनूस खुद भी पटना हाईकोर्ट में वकालत करते हैं.
इस अवसर पर जौहर अली ने कहा कि पीड़ित लोगों को जल्द न्याय दिलाना सरकार की जिम्मेदारी है. दूसरी तरफ काशिफ ने लालू प्रसाद के उस बयान की आलोचना की है जिसमें उन्होंने कहा कि इस मामले की एसआईटी जांच नहीं की जायेगी
गौरतलब है कि बीते 18 जनवरी को अजीजपुर में अल्पसंख्यक परिवार के 56 लोगों की बस्ती में आगजनी, लूटपाट तो की ही गयी गांव के 5 लोगों को आग में डाल कर जला दिया गया. हालांकि लोकल लोगों का कहना है की मरने वालों की संख्या का अब भी पूरा पता नहीं चल सका है क्योंकि काफी लोग गांव छोड़ कर भा चुके हैं.
इससे पहले भारतेंदु नामक एक युवक की लाश मिलने के बाद उसके अपहरण और हत्या का आरोप वसी अहमद नामक व्यक्ति पर लगाया गया. इसी के बाद वहां आगजनी घटना शुरू हुई.