गुजरात विधानसभा में गुरवार को पेश सीएजी रिपोर्ट ने राज्य में मानव विकास पर जबर्दस्त प्रहार किया है. इस रिपोर्ट के अनुसार राज्य में हर तीसरा बच्चा कुपोषण का शिकार है.
सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है पूरक आहार प्रोग्राम के लिए 223 लाख 14 हजार बच्चे योग्य थे, लेकिन इनमें से 63 लाख 37 हजार बच्चे पूरक आहार से वंचित हो गये. यही नहीं, लड़कों के तुलना में लड़कियों की हालत और भी खराब है.रिपोर्ट में बताया गया है कि लड़कियों के पोषण कार्यक्रम में 27 से 48 फीसदी तक कमी पायी गयी है.
सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि गुजरात में पौने दो करड़ बच्चों को बाल विकास योजना का फायदा नहीं मिल पाया है. ध्यान रहे कि बाल विकास योजना बच्चों को कुपोषण से बचाने के मकसद से चलायी जाती है.
बाल विकास योजना आम तौर पर आंगनबाड़ी केंद्रों द्वारा संचालित की जाती है लकिन रिपोर्ट बताती है कि राज्य में 75 हजार पांच सौ आंगनबाड़ी केंद्रों की जगह मात्र 50 केंद्रों को खोलने की मंजूरी दी गयी.
इस रिपोर्ट के आने के बाद भाजपा के विकास के नारे पर आक्रमण का मौका मिल गया है.