मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को राज्य में संभावित सुखाड़ की स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया। श्री कुमार ने अणे मार्ग स्थित संकल्प में सुखाड़ की स्थिति के संबंध में समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि राज्य में सुखाड़ की स्थिति से निपटने के लिए वे तैयार रहें।
उन्होंने कृषि विभाग से कहा कि किसानों को शीघ्र डीजल अनुदान पहुंचाया जाये। उन्होंने कहा कि यदि वर्षा नहीं हो पाती है तो उस स्थिति में धान की रोपाई के लिये विकल्प के तौर पर आकस्मिक फसल योजना के तहत वैकल्पिक फसल के लिए बीज की व्यवस्था की जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने यह जानना चाहा कि भूमिगत जल से सिंचाई की क्या स्थिति है और इसकी समस्या से निपटने को लेकर क्या तैयारियां हैं। उन्होंने लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को पीने के पानी उपलब्ध कराने के लिए चापाकल के सुचारु संचालन की जिलावार स्थिति को दुरुस्त करने का निर्देश दिया। ऊर्जा विभाग को किसानों की सुविधा के लिए अधिक से अधिक नियमित बिजली उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये गये।
ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में 20 से 22 घंटे बिजली की आपूर्ति की जा रही ह। जल संसाधन विभाग को कैनाल एरिया में जल की उपलब्धता के बारे में सचेत रहने को भी कहा गया। पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग को पशुओं के चारे एवं स्वास्थ्य संबंधी व्यवस्था को लेकर सजग रहने को कहा गया। स्वास्थ्य विभाग को भी स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से निपटने के लिए हर वक्त तत्पर रहने के निर्देष दिये गये।