मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की भारत यात्रा से खुश नहीं है, यात्रा को लेकर उत्साहित नहीं हैं। वह गुजरात पीड़ा से ग्रस्त है। उनको आपत्ति है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अनुरोध पर चीन के राष्ट्रपति गुजरात का विकास करने के लिए आए हैं। चीन गुजरात में निवेश करेगा। उन्होंने अपनी पीड़ा को विस्तार देते हुए कहा कि पीएम को थोड़ा बहुत चिंता अपने निर्वाचन क्षेत्र बनारस की है। बनारस में भी निवेश हो सकता है, लेकिन प्रधानमंत्री को देश की चिंता नहीं है।
नौकरशाहीडॉटइन डेस्क
पटना में उन्होंने पत्रकारों से चर्चा में अपनी गुजरात पीड़ा का इजहार किया। मुख्यमंत्री अपनी भावना में यह भूल गए कि गुजरात भी भारत का हिस्सा है। चीन के राष्ट्रपति भारत की यात्रा पर आए हैं और कोई भी समझौता भारत सरकार से करेंगे। गुजरात में स्वागत प्रधानमंत्री की इच्छा रही होगी, क्योंकि गांधी से स्मृतियों भी गुजरात और अहमदाबाद से जुड़ी रही हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने खान और भूतत्व विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में विभाग की उपलब्धियों की समीक्षा की। इस दौरान विभाग के कार्यों से प्रधान सचिव शिशिर सिन्हा ने दी जानकारी। उन्होंने हर हालत में वाहनों पर ओवरलोडिंग के खिलाफ अभियान चलाने का निर्देश भी दिया। अवैध परिवहन और अवैध उत्खनन पर अंकुश लगाने और उस पर निगरानी का आदेश भी दिया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से साप्ताहिक समीक्षा की बात भी कही गयी। इस मौके पर भूतत्व व खान मंत्री रामलखन राम रमण, डीजीपी पीके ठाकुर, गृहसचिव आमीर सुभानी, सीएम के प्रधान सचिव दीपक कुमार, सचिव अतीश चंद्रा भी मौजूद थे।