बिहार के सीतामढ़ी सिविल कोर्ट में पेशी के दौरान गैंगस््टर लीतोष झा की गोली मारकर हत्या कर दी गयी.
इंजीनिियर की हत्या के मामले गैंगस्टर संतोष झा और मुकेश पाठक सहित दस अभियुक्तों को अदालत ने दोषी करार दिया था.
संतोष झा गिरोह ने रंगदारी नहीं देने पर सड़क निर्माण कंपनी के दो अभियंताओं को दिनदहाड़े एके- 56 से भून दिया था.कंपनी के अभियंता मुकेश कुमार तथा ब्रजेश कुमार की के बाद दहशत फैल गयी थी. इस घटना ने बिहार के पुलिस महकमा को भी हिला कर रख दिया था.
माफिया डॉन संतोष झा ने मिथिला में बिहार पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट बना रखा था. इसे उसने नक्सलियों के ग्रुप के तर्ज पर तैयार किया था.
इससे पहले संतोष नक्सली गिरोह का सदस्य था.