सीपीएम ने फिर लिखा चुनाव आयोग को पत्र
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी ने निर्वाचन आयोग द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मिशन शक्ति’ पर राष्ट्र के नाम संबोधन से संबंधित उनकी शिकायत को खारिज किये जाने के एक दिन बाद शनिवार को आयोग को आज फिर से पत्र लिखकर कहा है कि उसने अपनी जाँच को केवल ‘जन संचार माध्यम के दुरुपयोग’ तक ही सीमित रखा है।
श्री येचुरी ने शनिवार को लिखे पत्र में कहा है, “व्यापक परिप्रेक्ष्य में मुद्दा यह है कि श्री मोदी आगामी चुनाव में एक उम्मीदवार हैं और वह चुनाव प्रचार के दौरान हमारे वैज्ञानिकों की उपलब्धि की जानकारी देने के लिए प्रधानमंत्री के पद का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह चुनावी उद्देश्यों के लिए पद के दुरुपयोग का मामला है।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राष्ट्र के नाम संबोधन में देश के वैज्ञानिकों की अंतरिक्ष में उपग्रह को मार गिराने की क्षमता की घोषणा किये जाने पर श्री येचुरी ने आयोग को पत्र लिखकर कहा था कि प्रधानमंत्री ने आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया है।
आयोग ने श्री येचुरी को भेजे गये जवाब में कहा था कि उसने इस मामले की जाँच के लिए एक समिति का गठन किया था और समिति के सदस्यों ने प्रधानमंत्री के संदेश का अध्ययन किया है। उसने दूरदर्शन और आकाशवाणी से भी जानकारी ली। आयोग ने कहा कि दूरदर्शन ने समाचार एजेंसी एएनआई की ‘फीड’ का इस्तेमाल किया और समिति का मानना है कि यह आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है।
श्री येचुरी ने आरोप लगाया है, “यह शिकायत की संर्कीण व्याख्या है। चूँकि निर्वाचन आयोग ने अपनी जाँच को ‘सरकारी मीडिया के दूरुपयोग’ तक ही सीमित रखा है।” माकपा नेता ने यह भी कहा है कि आयोग को सरकारी मीडिया को निर्देश देना चाहिये कि वह मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय दलों के नेताओं के भाषणों के साथ भी प्रधानमंत्री के भाषण की तरह ही व्यवहार करें।