क्या वजह है कि भारतीय जनता पार्टी के बुजुर्ग नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी ठाकुर गुस्से में हैं. गुस्सा इतना कि उन्होंने यहां तक कह दिया कि पार्टी उनसे चपरासी की तरह व्यवहार करती है ?
दर असल मामला यह है कि विधानसभा उपचुनाव में भाजपा के खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी नेता सीपी ठाकुर ने प्रदेश नेतृत्व पर जम कर प्रहार किया है. उन्होंने न सिर्फ यह कहा कि भाजपा को इस हार का आंकलन करना चाहिए बल्कि यह भी कहा है कि पार्टी अपने समर्पित नेताओं को तवज्जो नहीं देती.
इसी रौ में ठाकुर ने यह भी कहा कि पार्टी में उनकी कोई कद्र नहीं और उनके सात चपरासी जैसा सुलूक किया जाता है.
ज्ञात हो कि सोमवार को उपचुनाव नतीजे के बाद पार्टी के अंदर बवाल मच गया है.
भाजपा को दस में से केवल चार सीटों पर जीत हासिल हुई है. जबकि पहले उसके पास छह सीटें ी.
ठाकुर ने यह भी कहा कि अगर पार्टी ने अपने नेताओं से अच्छा सुलूक नहीं किया तो अगले साल होने वाले चुनाव में हालात बेहतर नहीं होंगे.
उधर, भाजपा के एक और वरिष्ठ नेता और विधान पार्षद हरेंद्र प्रताप ने भी सुशील मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सुशील मोदी के नेतृत्व में पार्टी ने चुनाव लड़ा और अपनी सीटें भी नहीं बचा सकीं. उन्होंने इस हार के लिये साफ तौर पर सुशील मोदी को जिम्मेदार ठहराया है.
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