केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दूसरे नंबर के अधिकारी राकेश अस्थाना की जांच एजेंसी के निदेशक आलोक वर्मा के खिलाफ मुख्य सतर्कता आयोग (सीवीसी) के समक्ष दी गई शिकायत ‘दुर्भावनापूर्ण’ और सत्य से परे है।
जांच एजेंसी ने मीडिया के कुछ हिस्सों में प्रकाशित और प्रसारित उन खबरों के बाद शुक्रवार को एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया है कि श्री अस्थाना ने सीवीसी के समक्ष यह शिकायत दर्ज करायी है कि उनके तहत आने वाले विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा की जा रही जांच में श्री वर्मा की ओर से हस्तक्षेप किया जा रहा है।
सीबीआई प्रवक्ता की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सीबीआई प्रमुख की छवि को धूमिल करने और संगठन के अधिकारियों को डराने के लिए तथ्यों की समुचित पुष्टि किये बगैर सार्वजनिक रूप से निराधार और ओछे आरोप लगाये जा रहे हैं, जो दुर्भावनापूर्ण एवं सत्य से परे है। प्रवक्ता ने कहा है कि एजेंसी के विशेष निदेशक की शिकायत के आधार पर सीवीसी ने कुछ मामलों से जुड़ी फाइलें जांच एजेंसी से मांगी हैं।