सीबीआई में एसपी स्तर के अधिकारियों की कमी के कारण वह अनेक संगीन मामलों की जांच नहीं कर पा रही है. सूत्र का तो यहां तक कहना है कि ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्याकांड की सीबीईआई ने इसी कारण जांच नहीं की.
फिलहाल सीबीआई में आईपीएस स्तर के 91 अधिकारियों के पद हैं जिनमें 33 खाली पड़े हैं.
सीबीआई ने एसपी स्तर के अधिकारियों की कमी के कारण ही एनआरएचएम घोटाले की जांच के लिए यूपी सरकार पर अधिकारियों को प्रतिनियुक्ति पर भेजने की शर्त लगा दी थी. पत्रकार नीलू रंजन तो यहां तक कहते हैं कि ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्या कांड की जांच भी सीबीआई ने अधिकारियों की कमी के कारण ही नहीं शुरू की.
एसपी स्तर के अधिकारियों की भारी कमी का असल कारण यह बताया जाता है कि इस पद पर राज्यों को अपने अधिकारियों को प्रतिनियुक्ति पर भेजना होता है. लेकिन पिछले कुछ सालों से राज्य सरकारें आइपीएस अधिकारियों की कमी बताकर उन्हें प्रतिनियुक्ति पर भेजने से इन्कार करती रही हैं.
लेकिन अब अफसरों की कमी से निजात दिलाने को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पहल की है. मंत्रालय ने राज्य सरकारों को पत्र लिख एसपी स्तर के आइपीएस अफसरों को सीबीआइ में प्रतिनियुक्ति पर भेजने को कहा है.
गृह मंत्रालय ने 22 अक्टूबर को सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों को लिखे पत्र में मंत्रालय ने अच्छे, ईमानदार एवं इच्छुक आइपीएस अधिकारियों को सीबीआइ में प्रतिनियुक्ति पर भेजने को कहा है.