सीबीएसइ और आइसीएसइ बोर्ड ने लिया मिल कर फैसला

– सीबीएसइ और आइसीएसइ बोर्ड ने लिया मिल कर फैसला, खत्म किया ग्रेस मार्क्स,
पटना. 

सीबीएसइ और आइसीएसइ बोर्ड ने लिया मिल कर फैसला

ग्रेस मार्क्स सिस्टम को सीबीएसइ ने खत्म कर दिया है. सीबीएसइ के साथ आइसीएसइ बोर्ड और एएनओएस बोर्ड ने भी ग्रेस मार्क्स या मॉडरेशन मार्क्स को समाप्त करने का निर्णय लिया है. इस सिस्टम को 2017 के 12वीं के रिजल्ट से ही लागू की जायेगी. इस सिस्टम के खत्म होने से अब 70 से 95 तक अंक लाने वाले छात्रों को 10 से 20 अंकों का लाभ नहीं मिल पायेगा. अब छात्रों को उतने ही मार्क्स का फायदा होगा, जो उन्होंने उत्तर पुस्तिका में लिखा होगा. अब अतिरिक्त मार्क्स के तौर पर अंक नहीं दिये जायेंगे.
अब नहीं जायेगा 100 तक कट ऑफ मार्क्स
अब ग्रेजुएशन में नामांकन लेने के लिए उन छात्रों को सुविधा हो जायेगी, जिन्हें मॉडरेशन मार्क्स की सुविधा नहीं मिलता है. मालूम हो कि अभी तक माॅडरेशन मार्क्स के कारण दिल्ली विवि या जेएनयू में नामांकन लेने के लिए 100% तक कट ऑफ मार्क्स जाता था. लेकिन, इस बार इतना ऊपर कट ऑफ मार्क्स नहीं जा पायेगा. इससे नामांकन लेने में सैकड़ों छात्रों को फायदा होगा.
फेल को पास करने वाले ग्रेस मार्क्स रहेगा लागू
वहीं सीबीएसइ ने फेल को पास करने पर मिलने वाले ग्रेस मार्क्स को रहने देने का निर्णय लिया है. सीबीएसइ 12वीं में जो छात्र पांच अंकों से फेल होते है तो ऐसे छात्र को पांच अंक का ग्रेस मार्क्स देकर पास कर दिया जायेगा. लेकिन नयी व्यवस्था के तहत सीबीएसइ अब फेल को पास करने पर मिलने वाले ग्रेस मार्क्स की जानकारी मार्क्स सीट पर दी जायेगी.
क्या कहते हैं को ऑर्डिनेटर?
माॅडरेशन या ग्रेस मार्क्स खत्म होने से सैकड़ों छात्रों को नामांकन लेने में सुविधा मिलेगी. कुछ ही छात्रों को 100 अंकों का कटऑफ का फायदा होता था, उससे नीचे अंक लाने वाले को सुविधा नहीं मिल पाती थी लेकिन इस सिस्टम से सैकड़ों छात्रों को सुविधा मिलेगी.

-राजीव रंजन, सिटी कोर्डिनेटर, सीबीएसइ

By Editor


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