बिहार के सीमांचल की राजनीति के कद्दावर नेता सह किशनगंज के सांसद मौलाना असरारुल हक कासमी का निधन गुरुवार देर रात हो गया। सांसद मौलाना असरारूल हक 76 वर्ष के थे और कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़कर सांसद बने थे। उनके पैतृक गांव ताराबाड़ी में जनाजे की अंतिम नमाज पढ़ी जाएगी और वहीं उनको सुपुर्दे खाक किया जाएगा।
नौकरशाही डेस्क
बताया जाता है कि गुरुवार देर रात एक जलसे में भाग लेने के दौरान ठंड लगने से उनकी तबीयत खराब हुई थी। उसके बाद वे किशनगंज सर्किट हाउस आ गए थे, जहाँ हार्ट अटैक से उनकी मौत हुई। सांसद मौलाना असरारूल हक का निधन इलाके के लिए बहुत बड़ी क्षति है। बता दें कि कांग्रेस सांसद मौलाना असरारुल हक के परिवार में तीन बेटे और दो बेटियां हैं। वे कांग्रेस के टिकट पर किशनगंज लोकसभा सीट से लगातार दो बार सांसद चुने गए थे। 2009 में पहली बार सांसद चुने गए थे।
15 फरवरी 1942 को मौलाना का जन्म हुआ था। उनकी शिक्षा दारुल उलूम देवबंद में हुई जहां से उन्होंने स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की थी। मौलाना की पत्नी सलमा खातून का निधन पूर्व में ही हो चुका है।