कोसी का प्रमुख संसदीय क्षेत्र है सुपौल। यहां से कांग्रेस की रंजीत रंजन और जदयू के दिलेश्वर कामत मैदान में हैं। सुपौल में बूथों की संख्या 1770 है। नवीनतम मतदाता सूची के अनुसार, सुपौल में वोटरों की संख्या 16 लाख 80 हजार 616 है। इस लोकसभा के तहत आने वाले विधान सभा क्षेत्र निर्मली में वोटरों की संख्या 2 लाख 81 हजार 210, पीपरा में 2 लाख 74 हजार 437, सुपौल में 2 लाख 74 हजार 336, त्रिवेणगंज में 2 लाख 69 हजार 967, छातापुर में 2 लाख 84 हजार 274 और सिंहेश्वर में वोटरों की संख्या 2 लाख 96 हजार 392 है।
वीरेंद्र यादव के साथ लोकसभा का जनक्षेत्र- 12 (fact sheat )
वरिष्ठ पत्रकार वीरेंद्र यादव की पुस्तक ‘राजनीति की जाति’ के अनुसार, यादव वोटरों की संख्या 20.60 प्रतिशत, मुसलमान 16.05 प्रतिशत, ब्राह्मण 4.10 प्रतिशत, राजपूत 2.32 प्रतिशत, कोईरी 3.92 प्रतिशत, मल्लाह 4.31 प्रतिशत, बनिया 2.72 प्रतिशत, धानुक 7.28, कलवार 1.53, तेली 3.26, ततवा 2.24, रविदास 4.09, पासवान 4.88 और मुसहर मतदाताओं की संख्या 6.07 प्रतिशत है। ‘राजनीति की जाति’ नामक पुस्तक में सभी लोकसभा क्षेत्रों में जातियों की संख्या और प्रतिशत संकलित हैं। उसकी कीमत 3500 रुपये भुगतान कर खरीदी जा सकती है।
सुपौल लोकसभा के तहत आने वाले विधान सभा निर्मली से जदयू के विधायक अनिरुद्ध यादव (यादव), पीपरा से राजद के यदुवंश यादव (यादव), सुपौल से जदयू के बिजेंद्र प्रसाद यादव (यादव), त्रिवेणीगंज से जदयू की वीणा भारती (पासवान), छातापुर से भाजपा के नीरज कुमार बबलू (राजपूत) और सिंहेश्वर से जदयू के रमेश ऋषिदेव (मुहसर) विधायक हैं। इस लोकसभा के तहत आने वाले बिजेंद्र प्रसाद यादव और रमेश ऋषिदेव राज्य सरकार में मंत्री हैं।
सुपौल से 2014 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस की रंजीत रंजन और जदयू के दिलेश्वर कामत आमने-सामने थे। इस बार भाजपा के कामेश्वर चौपाल दौड़ से बाहर हो गये हैं। इस चुनाव में जातियों का ध्रुवीकरण ही चुनाव परिणाम को प्रभावित करेगा।
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2014 में किस पार्टी को कितने वोट मिले
रंजीत रंजन — कांग्रेस — यादव — 332927 (35 प्रतिशत)
दिलेश्वर कामत — जदयू — केवट — 273255 (29 प्रतिशत)
कामेशवर चौपाल — भाजपा — चौपाल — 249693 (26 प्रतिशत)