याकूब मेमन की फांसी का आफ्टर इफ्फेक्ट सामने आने लगा है. इस कड़ी में सुप्रीम कोर्ट के डिप्टी रजिस्ट्रार नें फांसी पर विरोध जताते हुए इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने इस मामले को सुप्रीम कोर्ट का अंधकारमय घंटा करार दिया है.
सर्वोच्च न्यायालय के डिप्टी रजिस्ट्रार और डेथ पेनाल्टी रिसर्च प्रोजेक्ट के डायरेक्टर प्रो.अनूप सुरेन्द्र नाथ ने याकूब मेमन की आखिरी दया याचिका खारिज कर दिये जाने का विरोध जताते हुए पद से इस्तीफा दे दिया है.
अपने इस्तीफे की सूचना प्रो. अनूप ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर भी दी है. उन्हों कहा कि चंद घंटों के अंदर दो फैसले ‘न्यायिक त्याग’ का एक उदाहरण हैं, जिन्हें सर्वोच्च न्यायालय के ‘अंधकारमय घंटे’ के रूप में गिना जाना चाहिए.
उन्होंने अपने पद से बीती 30 जुलाई को इस्तीफा दिया है। अनूप ने लिखा है कि मैंने सुप्रीम कोर्ट में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है ताकि मैं विश्वविद्यालय के डेथ पेनाल्टी रिसर्च पर ध्यान दे सकूं।अनूप इसी साल मई में रिसर्च विभाग के डिप्टी रजिस्ट्रार पद पर नियुक्त किए गए थे। अनूप ने मेमन की फांसी के 2 घंटे बाद फेसबुक पर लिखा कि वे सुप्रीम कोर्ट में अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं.
गौरतलब है कि 1993 में हुए मुम्बई बम सीरियल ब्लास्ट में याकूब मेमन को गुनाहगार साबित किया गया था. उसकी दया याचिका सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी थी और उन्हें पिछले दिनों फांसी दे दी गयी.
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