सुप्रीम कोर्ट ने तेज प्रताप को नोटिस जारी कर पूछा है कि वह बतायें कि आपराधिक छवि का मोहम्मद कैफ के साथ उनकी फोटो क्यों है.उधर तेज प्रताप ने कहा है कि किसी के माथ पर अराध का व्यौरा नहीं लिखा होता. यही नहीं तेज ने कहा कि कैफ के साथ सुशील मोदी और रविशंकर प्रसाद के साथ भी है इसलिए अदालत को भाजपा नेताओं को भी नोटिस भेजना चाहिए.
गौरतलब है कि पिछले दिनों मोहम्मद कैफ की फोटो शहाबुद्दीन और तेज प्रताप यादव के साथ अलग-अलग सामने आयी थी. उसके बाद तेज प्रताप ने अपने फेसबुक वाल पर सुशील मोदी, रविशंकर प्रसाद के साथ भी कैफ की फोटो सोशल मीडिया पर जारी की थी.
सुप्रीम कोर्ट के इस नोटिस के बाद तेज प्रताप ने कहा कि वह अदालत का सम्मान करते हैं लेकिन अदालत को भाजपा नेताओं के साथ वाली तस्वीर पर भी उनके खिलाफ नोटिस जारी करनी चाहिए.
तेज प्रताप ने दोहराया कि सार्वजनि जीवन में लोगों के साथ कोई भी आ कर तस्वीर खिचवाता है और उसमें आपराधिक छवि के लोग का पता करना संभव नहीं है. तेज ने कहा कि किसी के माथे पर उसके अपराध का व्यौरा नहीं लिखा होता.
याद रहे कि मोहम्मद कैफ के ऊपर अनेक आपराधिक मामले हैं और पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या में उसका प्रत्यक्ष नाम तो नहीं है पर पुलिस को संदेह है कि उसमें उसका भी हाथ हो सकता है.
पिछले दिनों मोहम्मद कैफ की पहली तस्वीर शहाबुद्दीन के साथ देखी गयी थी. उसके बाद कैफ की एक तस्वीर स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप के साथ सोशल मीडिया पर आयी. लेकिन उसके कुछ ही घंटों बाद तेज प्रताप ने कैफ के अलावा अनेक आपराधिक छवि के लोगों के साथ केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के अलावा सुशील मोदी के साथ तस्वीरें पोस्ट की. जिसके कारण बिहार की राजनीति में आपरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया.