भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने राज्य सरकार की शराब नीति की समीक्षा करने की मांग करते हुए कहा कि इस नीति के कारण प्रदेश में शराब की खपत बढ़ रही है और इसका सबसे ज्यादा खामियाजा युवाओं तथा महिलाओं को भुगतना पड़ रहा है । आज पटना में पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा कि शराब नीति 2007 में बनी थी। राजग की सरकार के अंतिम दिनों में कई तरह की खामियां सामने आने पर पूरी शराब नीति पर पुनर्विचार करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन अभी तक इस पर विचार नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार को तुरंत शराब नीति की समीक्षा करनी चाहिए।
श्री मोदी ने कहा कि सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिये मुजफ्फरपुर के अजीजपुर में हुई हिंसा को गहरी साजिश का हिस्सा बताने के बजाये सरकार को इसकी जांच कर इसका खुलासा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जदयू वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार को यदि यह लगता है कि मुजफ्फरपुर के अजीजपुर में हुयी हिंसा किसी गहरी साजिश का परिणाम है तो राज्य में उनकी ही पार्टी की सरकार है। जांच करानी चाहिए।
श्री मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने पिछले नौ साल में पहली बार किसी बड़े हादसे के बाद पीडि़तों से उनके घर जाकर मुलाकात की है और ऐसा उन्होंने मानवीय संवेदना के कारण नहीं, बल्कि लालू प्रसाद यादव से राजनीतिक प्रतिस्पर्धा के कारण किया है। उन्होंने कहा कि श्री यादव ने जब पीडि़तों से मुलाकात की, तब उसके बाद श्री कुमार को लगा कि कहीं वह पिछड़ तो नही जायेंगे। इसलिये उन्होंने अजीजपुर का दौरा किया।