प्रदेश भाजपा का अंतर्विरोध दिन पर दिन गहराता जा रहा है। सुशील मोदी का पार्टी के अंदर विरोध बढ़ता जा रहा है। उनके नेतृत्व और कार्यशैली पर सवाल उठाया जाने लगा है। भाजपा में भूमिहार लॉबी के साथ दूसरे सामाजिक खेमों ने सुमो का विरोध शुरू कर दिया है। इससे निपटने के लिए तत्कालीन समाधान के लिए पार्टी ने रास्ता निकाल लिया है। नवरात्रि जैसे महापर्व के मौके पर ही भाजपा ‘बिहार बचाओ बिहार बनाओ’ अभियान की शुरुआत कर रही है। यह अभियान 25 सिंतबर से 15 अक्टूबर तक चलेगा। बिहार बचाने के बहाने भाजपा सुमो विरोध को थामना चाहती है।
बिहार ब्यूरो
इस दौरान भाजपा के वरीय नेता पटना वीरचंद पटेल पथ स्थित पार्टी कार्यालय से बाहर निकल कर गांवों तक जाने का कार्यक्रम बना रहे हैं। वे राज्य सरकार की विफलताओं और केंद्र सरकार की जनहित के कार्यों के संबंध में जनता को बताएंगे। इस संबंध में विधान पार्षद और पार्टी प्रवक्ता संजय मयूख ने बताया कि इस दौरान जंगलराज-2 की जनविरोधियों नीतियों के खिलाफ जनता को अवगत कराया जायेगा। साथ ही नये बिहार के निर्माण के लिए संकल्प लिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि लोगों को केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की ओर से बिहार के लोगों को दिये गये सौगातों की जानकारी भी दी जायेगी।
उधर विधान सभा में विपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने पार्टी के नाराज नेता व पूर्व मंत्री चंद्रमोहन राय और सांसद सीपी ठाकुर से मुलाकात की और पार्टी की मजबूती के लिए सहयोग करने की अपील की। मुलाकात के दौरान ने श्री राय ने सुमो के नेतृत्व पर आपत्ति जताते हुए कहा कि किसी पिछड़ा या दलित नेता को पार्टी के मुख्यमंत्री के उम्मीदवार बनाया जाए।