–गणेश को संगीत में 100 में 83 अंक, सुर-ताल के ज्ञान पर उठे सवाल, काॅलेज में संगीत का स्थायी शिक्षक नहीं
पटना.
सुर है ना ताल है गणेश बन गया इंटर आर्ट्स का टॉपर है. जी हां, यही हाल है. इंटर आर्ट्स के स्टेट टाॅपर गणेश कुमार की प्रतिभा को लेकर पिछले दो दिनों से लगायी जा रही अटकलों पर उस वक्त मुहर लग गया जब गुरुवार को काॅलेज परिसर में उससे पूछे जा रहे सवालों का सटीक जवाब ढूंढ़ने के लिए इधर उधर झांकना पड़ा. हिंदी के बाद सबसे अधिक 83 अंक प्राप्त करनेवाले विषय संगीत के बारे में पूछे जाने पर पता चला कि उसे सुर और ताल का मुकम्मल ज्ञान नहीं है. गिरिडीह के सरिया से यहां आकर डिग्री हासिल करने के पीछे उसने नामांकन में काफी रकम मांगे जाने की बात कह कर भी सबों को चौंका दिया. और तो और उसने कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य अरुणेंद्र कुमार के पास ही खुद से इस बात का खुलासा किया कि काॅलेज में संगीत विषय के कोई स्थायी शिक्षक नहीं हैं. पहले एक महिला शिक्षिका थीं. बाद में उनके चले पर काॅलेज प्रशासन कभी कभार संगीत के किसी शिक्षक को बुला कर शिक्षा दिलाते थे. बातों ही बातों में टाॅपर ने खुद अपनी सफलता पर हैरानी जताते हुए कहा कि संगीत तो उसने अधिक-से-अधिक अंक प्राप्त करने के ही उद्देश्य से लिया था. इसमें वह सफल भी हो गया है. उसकी प्रतिभा पर सवाल उठाने वालों पर कटाक्ष करते हुए काॅलेज की व्यवस्था की ओर इशारा कर कई सवाल छोड़ दिये जो भारी गड़बड़ियों की ओर इंगित कर रहा है.