बोधगया में आयोजित बिहार भाजपा की दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक को अंतिम दिन सम्बोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार के 65 प्रतिशत मतदाता एनडीए के साथ है। इसलिए यहां 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान 65 प्रतिशत बनाम 35 प्रतिशत के बीच लड़ाई है। हम राष्ट्रवाद के वैचारिक अधिष्ठान, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नेतृत्व, अमित शाह के संगठन कौशल व केन्द्र तथा राज्य सरकार के कामों के आधार पर जनता के बीच जायेंगे।
नौकरशाही डेस्क
मोदी ने कहा कि बिहार में महागठबंधन टूट चुका है। जदयू महागठबंधन का चेहरा था जिसपर पिछले चुनाव में बड़ी जीत मिली थी। दूसरी ओर नीतीश कुमार के आने से एनडीए और मजबूत हुआ है। राजद परिवार में महाभारत छिड़ चुका है। तेज प्रताप यादव घर पर रहते हुए भी राजद की बैठक और यहां तक भारत बंद में भी शामिल नहीं होते हैं। यह पारिवारिक संघर्ष जल्द ही गुल खिलाने वाला है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष बताये कि उनका प्रधानमंत्री का उम्मीदवार कौन हैं? 1971 में ग्रैंड एलायंस के बावजूद सम्पूर्ण विपक्षी पार्टियों को जबरदस्त शिकस्त मिली थी और वह मात्र 44 सीटों पर सिमट गयी थी। आज नरेन्द्र मोदी उस दौर के श्रीमती इंदिरा गांधी से भी ताकतवर हैं। गुजराल, देवगौड़ा और चन्द्रशेखर जैसी अल्पमत की कमजोर सरकारों के दौर को देखने वाले देश के लोगों को नरेन्द्र मोदी जैसा मजबूत नेतृत्व चाहिए।
केन्द्र और राज्य की सरकार भ्रष्टाचार के विरूद्ध पूरी सख्ती से कार्रवाई कर रही है। नरेन्द्र मोदी आज भी देश की जनता की पहली पसंद हैं। आगामी लोकसभा चुनाव नेतृत्वविहीन विपक्ष और नरेन्द्र मोदी के बीच होने वाला है।