उपमुख्यमंत्री व राजद नेता तेजस्वी यादव ने भाजपा नेता पर पलटवार करते हुए कहा कि सुशील मोदी को छपास की इतनी बीमारी है कि खबरों में आने के लिए मनगढ़ंत झूठ, कोरी बकवास करने और अफ़वाह का ढोल पीटने से भी बाज नहीं आएंगे. भाजपाई नेता भी जानते है कि सुशील मोदी अपना वजूद तलाशने के फेर में कोरी बकवास कर रहा है. कितने भाजपाईयों ने यह बात स्वीकारी है.
नौकरशाही डेस्क
सुमो को बेरोज़गार बताते हुए तेजस्वी ने फेसबुक के जरिए कहा कि झूठ, पाखंड और अफ़वाह फैलाने का ठेका उठाये हुए है. उनकी बातो में सत्यता नहीं होती, इसलिए उनकी PC में कोई वरिष्ठ BJP नेता भी नहीं आता. सुशील मोदी अगर सच्चे धर्मी है, ईमानदार है तो बताये जिस 13 एकड़ ज़मीन का ज़िक्र वह कर रहे है, क्या वह BJP सांसद रमादेवी व परिवार के नाम रेजिस्टर्ड है या नहीं?
उन्होंने सुमो को चुनौती देते हुए कहा कि वे अगर सच्चा हिंदू धर्मी है तो मंदिर में चलकर सबूत और काग़ज़ात के साथ कहे कि अभी तथाकथित 13 एकड़ ज़मीन लालू की है BJP सांसद की नहीं. उन्होंने कहा कि कोई आपको उपहार दे और आप लेना ना चाहे तथा वह उपहार लौटा दें तो क्या वह उपहार आपका माना जाएगा? लेकिन फिर भी 24 वर्ष बाद सुशील मोदी जैसे लोग झूठ की उल्टियां करने से बाज़ नहीं आते.
तेजस्वी ने मामले से संबंधित एक दस्तावेज की फोटो शेयर करते हुए लिखा कि उक्त फ़ोटो में Cancellation deed को देखिए. इससे साफ है कि स्वर्गीय ब्रजबिहारी द्वारा प्रेम स्वरूप उपहार ज़मीन हमने 1993 में ही वापस कर दी गई. लेकिन भाजपाईयों को ख़बर बनवानी होती है तो कुछ भी बकते रहते है और समर्थित मीडिया को सच से कोई लेना-देना नहीं होता क्योंकि ये भाजपाईयों का झूठ बेचने में व्यस्त है.
सुशील मोदी जैसे हारे हुए भाजपाई आरोप लगाते है और समर्थित मीडिया बिना जाँच-पड़ताल के उसे घोटाले का नाम दे देती है। और हम सबूत के साथ खंडन करते है तो हमारी ख़बर ही ग़ायब कर देते है।