सृजन घोटाले की आंच भले ही मद्धम हो गयी हो लेकिन बिहार अब आपदा घोटाले के चक्रव्यूह में फंसता जा रहा है. इसके पहले शिकार पूर्णिया के डगरुआ ब्लाक के बीडीओ बने हैं.
उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गयी है. इससे पहले नाजिर व बड़ा बाबू को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है.
मुकेश कुमार, नौकरशाही मीडिया
पूर्णिया जिले में करोड़ो रूपये के आपदा घोटाले में डगरुआ प्रखंड के बीडीओ उमेश सिंह पर एफआईआर दर्ज किया गया है और कभी भी पुलिस गिरफ्तार कर सकती है।
जिला पदाधिकारी पूर्णिया द्वारा निर्गत आदेश ज्ञापांक 313 दिनांक 16 .3.18 द्वारा जांच प्रतिवेदन के आधार पर दोषी प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचल अधिकारी मुकेश सिंह, प्रधान सहायक रतन कुमार, तत्कालीन अंचल नाजिर के विरुद्ध सुसंगत धाराओं के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश के बाद थाना प्रभारी डगरुआ ने 45/18 केस दर्ज कर लिया गया है।थानाध्यक्ष जय शंकर कुमार ने बताया कि धारा409,420,46,468,471,120 B,34 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
बताते चलें कि मिडिया में खबर आने के बाद आनन-फानन में डगरुआ प्रखंड के नाजिर एवं बड़ा बाबू को सस्पेंड कर दिया गया था। लेकिन बात यही नही रुकी जब विधानसभा में आपदा घोटाले की जिक्र हुइ तो पूर्णिया के आला अधिकारीयों में में खलबली मच गई।
जनवरी में लगी थी घोटाले की भनक
बताते चलें कि बायसी अनुमंडल के वर्तमान एसडीओ सावन कुमार ने जनवरी महीने में एक मामूली शिकायत पर डगरुआ प्रखंड पहुंचकर आपदा से सम्बंधित सभी कागजो की जांच की एवं जांच के दौरान कुछ गड़बड़ी पाई।जिस वजह से बायसी एसडीओ सावन कुमार ने प्रखंड के सभी कागजात उठाकर अपने अनुमंडल कार्यालय लेते आये।
प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश के संबंध में अंचलाधिकारी डगरूआ के द्वारा थानाध्यक्ष डगरूआ को लिखा गया है कि साल 2017 में आई भीषण बाढ़ के दौरान डगरूआ अंचल में सामुदायिक रसोई से संबंधित अभिश्रव की जांच जिलास्तरीय गठित 3 सदस्यीय जांच दल द्वारा कराई गई थी।जिसमें व्यापक अनियमितता एवं सरकारी राशि के गबन के साथ-साथ फर्जीवाड़ा एवं साजिश प्रकाश में आई।जिसका प्रतिवेदन आपदा प्रबंधन विभाग को भेजा गया विभाग द्वारा जांचोपरांत दोषी पदाधिकारी व कर्मचारी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है।