रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय रेलवे ट्रेन 18 के सौ नये सेट बनाएगी और देश के कोने-कोने को सेमी हाई स्पीड गाड़ियों से जोड़ा जाएगा।श्री गोयल देश की पहली और मेक इन इंडिया के तहत निर्मित सेमी हाई स्पीड ट्रेन 22436 अप वंदे भारत एक्सप्रेस की उद्घाटन यात्रा में पत्रकारों से बात करते हुए यह जानकारी दी। इस ट्रेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखा कर वाराणसी के लिए रवाना किया।
ट्रेन में यात्रा कर रहे पत्रकारों से श्री गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री चाहते थे कि देश में आधुनिक तकनीक से लैस विश्व स्तरीय ट्रेन सेट बनाए जाएं। हमारे इंजीनियरों ने इस चुनौती को स्वीकार किया और डेढ़ साल के रिकार्ड समय में दुनिया का सबसे सस्ता ट्रेन सेट ‘ट्रेन 18’ तैयार किया है। यह गाड़ी 180किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है।
रेलमंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे ऐसे सौ और ट्रेन सेट बनाएगी और बहुत जल्द 30 नये ट्रेन सेट बनाने के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू हो जायेगी। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे के सभी प्रमुख मार्गों पर ट्रैक का उन्नयन करके 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के अनुकूल बनाया जाएगा। इस क्रम में पहले स्वर्णिम चतुर्भुज एवं तियर्क मार्गों की गति बढ़ायी जायेगी।
श्री गोयल ने कहा कि सौ नये ट्रेन सेट बनने के साथ देशभर के विभिन्न मार्गों पर वंदे भारत एक्सप्रेस गाड़ियों को चलाया जाएगा। इससे भारतीय रेलवे की तस्वीर बदलेगी। रेलवे बोर्ड के सदस्य (यातायात) गिरीश पिल्लई ने बताया कि ट्रेन का किराया शताब्दी एक्सप्रेस के किराये का 1.3 गुना एग्जीक्यूटिव श्रेणी में और 1.4 गुना चेयरकार में रखा गया है। उन्होंने कहा कि गाड़ी में चेयरकार का किराया नयी दिल्ली से वाराणसी के बीच राजधानी एक्सप्रेस के एसी 3 के किराये से कम है। गाड़ी को 17 फरवरी से यात्रियों के लिए शुरू किया जाना है और आज आठ बजे से आरक्षण खुलने के चंद घंटों के भीतर ही दोनों ओर के लिए शत-प्रतिशत बुकिंग हो चुकी है।