एक अण्णे मार्ग में रौनक लौटनी वाली है। करीब दो माह बाद 11 मई को मुख्यमंत्री का जनता दरबार लगेगा। अण्णे मार्ग पर कब्जे की राजनीति की गरमाहट के बीच जनता दरबार के आयोजन से राजनीतिक सरगरमी और बढ़ सकती है।
वीरेंद्र यादव
आगामी सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नये कार्यकाल का दूसरा जनता दरबार लगेगा। 22 फरवरी को शपथ ग्रहण के बाद सिर्फ एकबार सीएम ने जनता दरबार लगाया था और जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में गए थे। इसके बाद विधानसभा का सत्र शुरू होने के कारण दरबार नहीं लग सका। सीएमओ सूत्र के अनुसार, 11 मई को शिक्षा, स्वास्थ्य और कल्याण विभाग समेत कई विभागों के अधिकारी जनता दरबार में मौजूद रहेंगे।
मुख्यमंत्री के अधिकृत आवास एक अण्णे मार्ग को अभी तक जीतनराम मांझी ने खाली नहीं किया है। अभी छोड़ने के मूड में भी नहीं हैं। नीतीश कुमार ने पूर्व सीएम के रूप में आवंटित सात सर्कुलर रोड में ही रहने का फैसला लिया है। जबकि सीएमओ का कार्यालय विमर्श और संकल्प, जनता दरबार की व्यवस्था अण्णे मार्ग के परिसर में ही है। इस बीच सात सर्कुलर रोड में ही लोगों से मिलने-जुलने का सिलसिला सीएम ने शुरू कर दिया था। लेकिन खास लोगों को ही मिलने का मौका मिलता था। इधर काफी दिनों बाद 11 मई को लग रहे जनता दरबार को लेकर प्रशासन भी तैयारी में जुट गया है। हालांकि बीच में काफी अंतराल होने के कारण सोमवार को कम लोगों के ही पहुंचने की संभावना है। लेकिन सच है कि इसी बहाने सीएमओ में काफी दिनों बाद चहल-पहल दिखेगी।