बिहार विधान सभा में प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव का मानना है कि सोशल इंजीनियरिंग के दौर से आगे निकल चुकी है भाजपा। अब पार्टी समाज के हर वर्ग का प्रतिनिधित्व कर रही है और सवा सौ करोड़ भारतीयों की अपेक्षाओं की पर्याय बन गयी है। उनका मानना है कि राजद-जदयू के अनैतिक गठबंधन का सीधा लाभ भाजपा को होगा।
वीरेंद्र यादव, बिहार ब्यूरो प्रमुख
नेता प्रतिपक्ष नंद किशोर यादव ने खास मुलाकात में कहा कि गोविंदाचार्य ने सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला दिया था, जिसका मकसद पिछड़ी जातियों को भाजपा से जोड़ना था। लेकिन पार्टी उससे आगे बढ़कर अब ‘सबका साथ, सबका विकास’ की बात करती है। आज विकास बड़ा मुद्दा हो गया है। लोगों में विकास की भूख जगी है। लोगों में यह भरोसा भी जागा है कि विकास सिर्फ भाजपा ही कर सकती है। नरेंद्र मोदी की छवि विकास पुरुष की थी और जनता ने उनकी इसी छवि के कारण वोट दिया। आगामी विधान सभा चुनाव में विकास के लिए जनता भाजपा को चुनेगी। श्री यादव ने कहा कि हर गांव को सड़क, हर घर का बिजली और हर व्यक्ति को पानी उपलब्ध कराना भाजपा का मुख्य मुद्दा रहेगा । विकास पार्टी की प्रतिबद्धता भी है और संकल्प भी।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सत्ता बचाए रखने के लिए राजद और कांग्रेस के साथ समझौता कर लिया। कुशासन के प्रतीक लोगों से हाथ मिला लिया। यह नीतीश कुमार के घातक साबित होगा। यह अनैतिक गठबंधन से बना नया सामाजिक समीकरण भाजपा के पक्ष में जाएगा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने इस्तीफा देकर बहुत बड़ी गलती की है। अब सरकार व पार्टी से उनका नियंत्रण भी कमजोर होता जा रहा है। जीतनराम मांझी के नाम पर नीतीश ने ‘सत्ता का भ्रम’ बनाया है, वह भी विधानसभा चुनाव टूट जाएगा।
आगामी विधान सभा चुनाव की तैयारियों के संदर्भ में श्री यादव ने कहा कि भाजपा हर समय विधानसभा चुनाव के लिए तैयार है। इसके लिए सांगठनिक ढांचा तैयार है। जनहित के मुद्दों पर संघर्ष के कार्यक्रम तय किए गए हैं। राज्य सरकार की विफलता और केंद्र सरकार के विकासात्मक कार्यक्रमों को लेकर हम जनता के बीच जाएंगे और पार्टी के साथ सभी वर्गों को जोड़ा जाएगा। पार्टी जातीय समीकरण व राजनीति में विश्वास नहीं करती है। हम लोगों के बीच मुद्दों को लेकर जाते हैं। इसी आधार पर वोट भी मांगते हैं। लोकसभा चुनाव में जनता ने जाति व संप्रदाय की बात करने वालों काे नकार चुकी है।
नेता प्रतिपक्ष नंदकिशोर यादव ने कहा कि विधान सभा चुनाव को लेकर यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि भाजपा किसे अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाएगी। इस मामले का पार्टी का स्पष्ट मनाना है कि जिसे संसदीय दल इस पद के लिए मनोनीत करेगी, पार्टी उसी के नाम पर एकजुट होकर चुनाव लड़ेगी और अगली भाजपा की सरकार भी उसी के नेतृत्व में बनेगी।