गुजरात के कालेज ने पीएम मोदी की डिग्री की तो जानकारी दे दी है लेकिन उस डिग्री के कारण एक दूसरा विवाद मोदी की जन्मतिथि को ले कर खड़ा हो गया है.
कालेज ने जो जन्मतिथि जाहिर की है वह उस जन्मतिथि से अलग है जिसे नरेंद्र मोदी चुनावों के दौरान नामांकन फार्म में लिखते रहे हैं.
सोशल मीडिया पर मोदी की जन्मतिथि को ले कर लोगों में आलोचनात्मक प्रतिक्रिया के बजाये मसखरा और कटाक्ष से जुड़ी टिपपणियां और बहसें ज्यादा हो रही हैं. एक टिप्पणी के अनुसार जन्मतिथि की जानकारी में अंतर इस बात का प्रमाण है कि भाजपा ‘पार्टी विद डिफरेंस’ है. यह कहते हुए कुछ लोगों ने केंद्रीय मंत्री वीके सिंह की जन्मतिथि पर हो चुके विवाद का भी जिक्र किया है
नरेंद्र मोदी की दो जन्मतिथि होने पर हैरानी किस बात की. 29 अगस्त,1949 को वो पैदा हुए होंगे और 17 सितंबर,1950 को उन्होंने भक्तों के लिए अवतार लिया होगा!
मोदी की डिग्री में जन्मतिथि गलत है, इसलिए डिग्री गलत है, इस लॉजिक से पासपोर्ट में कुछ गलती हो जाए तो आपकी नागरिकता खतरे में पड़ जाएगी.