राजद सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा है कि सोशल मीडिया का दायरा बढ़ रहा है। उसकी भूमिका और हर दिन की जिंदगी में उसका दखल भी बढ़ता जा रहा है। रविवार को मित्रता दिवस पर फेसबुक साथियों के साथ पटना में आयोजित मैत्री चौपाल में उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम के साथ ही हमारी कार्यशैली व कार्य व्यवहार को भी प्रभावित करने वाला माध्यम बन गया है। इसने जीवन को बहुआयामी बनाया है तो परेशानियां भी बढ़ाई है।
बिहार ब्यूरो
राजद सांसद ने कहा कि विद्रोही स्वभाव का व्यक्ति ही बदलाव ला सकता है। क्रांति कर सकता है और क्रांति का मार्ग प्रश्स्त कर सकता है। व्यवस्था से लड़ने का जिसमें साहस नहीं होगा, वह बदलाव का आकांक्षी भी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हमारी छवि दंबग, बाहुबली और रॉनिब हुड की तरह बनायी गयी थी। वजह थी कि हम व्यवस्था के खिलाफ लड़ रहे थे। गरीबों, कमजोरों, वंचितों के हक की बात कर रहे थे। हम पांच बार लोकसभा के लिए चुने गए, क्योंकि हम जनता के सरोकार के लिए लड़ते रहे हैं। जनता के स्वाभिमान के लिए सड़क से संसद तक आवाज उठा रहे हैं।
उन्होंने सीसैट और विजय गोयल के संदर्भ में लोकसभा में अपनी भूमिका का जायज ठहराते हुए कहा कि यदि सरकार समस्या के समाधान के लिए आगे आती तो हमें विरोध क्यों करना पड़ता। सड़कों पर पुलिस छात्रों को पीट रही थी और हम मूकदर्शक बने रहें, यह संभव नहीं है। इसलिए हमने संसद में मामले को उठाया। हमने स्पीकर से साफ शब्दों में कहा कि कई बार जनहित के मुद्दों के पक्ष में अमर्यादित आचरण भी करना पड़ता है। लेकिन हमने क्षमा मांगने से भी परहेज नहीं किया।
इस मैत्री चौपाल में बड़ी संख्या में फेसबुक से जुड़े साथी पहुंचे थे। सबकी अपनी-अपनी जिज्ञासा, आकांक्षा और अपेक्षाएं थीं। उनमें उत्साह दिख रहा था और नयी तकनीकी को लेकर जागरूकता भी। इसमें अधिकांश युवा ही थे। पप्पू यादव के फेसबुक अवतार से प्रभावित युवा उनसे आमने-सामने होकर खुश थे। इन लोगों ने कई तरह के सवाल पूछे, जिसमें परिवार से लेकर सीसैट, छवि, संसद तक के सवाल शामिल थे। इस आयोजन को खुद पप्पू यादव भी उत्साहित दिखे और साथियों को भरोसा दिलाया कि हम आपके सभी संघर्षों में साथ हैं।