राष्ट्रीय जनता दल ने सोशल मीडिया पर #IstandWithLaluYadav नाम से महा अभियान छेड़ दिया है. संदेश साफ है. इसे समझने वाले समझें कि वह क्या कहना चाहते हैं.
इस अभियान में साफ कहा जा रहा है कि लालू न झुकता है न रुकता है, लालू हुंकार है, ललकार है. यह संदेश दीवार पर लिखी इबारत है, जिसे जो समझना है समझे.
महागठबंधन सरकार में शामिल राजद और जद यू के बीच अभी तक प्रवक्ताओं के बीच जुबानी जंग चल रही है लेकिन अब यह जुबानी जंग अगल पड़ाव में है. राजद ने अपने अफिसियल पेज से एक अभियान छेड़ दिया है. #IstandWithLaluYadav. जिस तरह से इस हैशैग से पोस्ट डाले जा रहे हैं उससे साफ है कि यह ट्विटर पर ट्रेंड करेगा. लेकिन इस अभियान का संदेश जहां एक तरफ भाजपा, संघ और संघ समर्थित मीडिया पर सीधा और धारदार हमला है वहीं इस अभियान के माध्यम से अपरोक्ष संदेश भी है कि तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देने वाले. हालांकि अभी तक नीतीश कुमार ने इस्तीफे की मांग नहीं की है लेकिन मीडिया के एक वर्ग ने इस खबर को जोरदार ढंग से उठा रखा है.
राजद ने अपने आफिसियल पेज पर ट्विट किया है कि लालू तो लालू हैं।लालू न झुकते हैं और न रुकते हैं।लालू को चाहे जितना दबाओ पर लालू ललकार हैं, हुंकार हैं और आंदोलन हैं. एक ट्विट में लिखा गया है कि लालू शोषक तबकों को गड़ते हैं क्योकि वे पीड़ितों के लिए लड़ते हैं,उनको चुभते है क्योकि वे सामंती सत्ता को चोटिल करते है.
राजद प्रवक्ता प्रगति मेहता ने एक ट्विट करते हुए जोरदार लहजे में कहा है कि लालू ख़त्म तो आरक्षण भी ख़त्म। शोषितों-पिछड़ों की आवाज भी ख़त्म। इसलिए उठो, जागो और संघर्ष करो।