मोदी सरकार में वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा की पत्नी पुनिता सिन्हा को इनफोसिस की निदेशक बनाये जाने पर सोशल मीडिया में बहस का बाजार गर्म है.
जयंत सिन्हा वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रह चुके हैं और वह भाजपा के कद्दावर नेता रहे हैं. हालांकि पुनिता फंड मैनेजमेंट के क्षेत्र में 25 वर्षों से सक्रिय रही हैं लेकिन इनफोसिस में उनकी नियुक्ति पर सोशल मीडिया में आलोचना की निशान बन रही हैं.
कई लोगों ने उनकी नियुक्ति को हितों के टकराव के रूप में लिया है. ट्वीटर पर शुभंकर मुखर्जी ने लिखा है कि पुनिता की नियुक्ति के बाद अब इनफोसिस के बैलेंस शिट को कौन चेक कर सकता है ?
हालांकि सुनीत रेवारी ने लिखा है कि जयंत सिन्हा की पहचान से अलग पुनिता ने फाइनांस सेक्टर में अपनी पहचान रखती हैं इसलिए इस तरह के आरोप लगाना उचित नहीं है.
53 साल की पुनीता अमेरिका में कई शीर्ष फर्मों के साथ काम कर चुकी हैं। फंड मैनेजमेंट का उन्हें 25 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इसके साथ ही वे एसएकेएस माइक्रो फाइनेंस और शोमा लिमिटेड जैसी बड़ी कंपनियों के बोर्ड में सेवाएं दे चुकी हैं।
पीएचडी और यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी के वार्टन स्कूल से फाइनेंस की मास्टर्स डिग्री हासिल करने वाली पुनीता ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) दिल्ली से केमिकल इंजीनियरिंग में अंडर ग्रेजुएट डिग्री हासिल की है।